Singrauli News: NTPC-Vindhyachal concludes with the play 'Ajab Kahani Prem Ki'
एवं पुरस्कार वितरण का किया गया आयोजन
Singrauli News: एनटीपीसी-विंध्याचल परियोजना में दिनांक 29.09.2024 को परियोजना के उमंग भवन सभागार में राजभाषा पखवाड़ा, 2024 का समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह का समापन ‘अजब कहानी प्रेम की’ नाटक के साथ किया गया । इस अवसर पर राजभाषा पखवाड़ा, 2024 के दौरान 14 सितंबर 2024 से 29 सितंबर, 2024 तक आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्जवलन के साथ किया गया। तत्पश्चात एनटीपीसी गीत गाकर कार्यक्रम को गति प्रदान की गई। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप मे मुख्य महाप्रबंधक (प्रचालन एवं अनुरक्षण) समीर शर्मा एवं विशिष्ट अतिथि के रूप मे मुख्य महाप्रबंधक (चिकित्सा) डॉ. बीसी चतुर्वेदी, उपाध्यक्षा सुहासिनी संघ श्रीमती सारिका चतुर्वेदी, मानव संसाधन प्रमुख(विंध्याचल) राकेश अरोड़ा के साथ-साथ सभी महाप्रबंधकगण, विभागाध्यक्ष, निदेशक(समूह कला संस्थान) राजकुमार शाह एवं उनकी टीम, सुहासिनी संघ की पदाधिकारी एवं सदस्याएँ, राजभाषा नोडल अधिकारी एवं यूनियन एवं एसोसिएशन पदाधिकारीगण सम्मिलित हुये। साथ ही DPS तथा शासकीय स्कूल, विंध्यनगर के प्रधनाध्यापकगण, शिक्षकगण, प्रेस एवं इलेक्ट्रोनिक मीडिया के प्रतिनिधिगण, वरिष्ठ अधिकारी, कर्मचारी एवं उनके परिवारजनों के साथ-साथ विजयी प्रतिभागीगण एवं उनके परिवारजन उपस्थित रहें।
तदोपरांत मानव संसाधन प्रमुख (एनटीपीसी विंध्याचल) राकेश अरोड़ा ने राजभाषा पखवाड़ा, 2024 के समापन एवं पुरस्कार वितरण के अवसर पर मुख्य अतिथि मुख्य महाप्रबंधक(प्रचालन एवं अनुरक्षण) समीर शर्मा, मुख्य महाप्रबंधक(चिकित्सा) डॉ. बीसी चतुर्वेदी, उपस्थित महाप्रबंधकगण, परियोजना परिसर के सभी विद्यालयों के शिक्षकगण व छात्र-छात्राएँ एवं अन्य आमंत्रित अतिथियों का स्वागत एवं अभिनंदन किया।
तत्पश्चात समारोह के आरंभ में संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार एवं एनटीपीसी, विंध्याचल के सहयोग से ख्यातिलब्ध रंग संस्था समूहन कला संस्थान द्वारा प्रस्तुत दो दिवसीय समूहन नाट्य समारोह के दूसरे दिन सुप्रसिद्ध व्यंगकार सुभाष चन्दर की लिखी कहानी का प्रीति श्रीवास्तव एवं वैभव बिन्दुसार द्वारा किया गया नाट्यानुकूलन ‘‘अजब कहानी प्रेम की’’ का राजकुमार शाह के निर्देशन में सफल मंचन किया गया।
“अजब कहानी प्रेम की’’ नाटक उत्तर आधुनिक समय में प्रेम के बदलते स्वरूप को हास्य-व्यग्ंय के माध्यम से चित्रित करती है। यह प्रस्तुति बदलते सामाजिक परिवेश की पड़ताल तो करती ही है, मानव मन की अमूल्य अभिव्यक्ति प्रेम को भी समय की कसौटी पर कसने की कोशिश करती है। यह कहानी आपको अनूठे ढंग से हँसाते गुदगुदाते हुए आगे बढ़ती है। प्रसिद्ध हास्य व्यंग्य लेखक सुभाष चंदर की कहानीचुटीलेसंवादो की गति द्वारा अंत तक आत-आते आपको हँसते-हँसते चिकोटी काटने का अहसास करा जाती है। प्रस्तुति हास्य की नई स्थितियों को जन्म देती है, जब चरित्र के मन में कही गई बात भी दर्शकों के सामने प्रकट हो जाती है। सुभाष चन्दर की कहानी प्रेम रंग का अलग पहलू उजागर करती है। कोरस गायन और कथा वाचन में रितिका सिंह, रिम्पी वर्मा, खूशबूनिशा और मनीषा प्रजापति प्रभावित करती हैं, जिसे हारमोनियम अजीत शर्मा और रिदम वादन से गौरव शर्मा ने संगीत पक्ष में सराहनीय योगदान दिया। राजन कुमार झालवगुरू की भूमिका में , सुनील कुमार ध्वनि प्रभाव एवं दोस्त की भूमिका में और मंचीय क्रियेटिवसर्पोट में रविप्रकाश सिंह, रूद्र रावत तथा हर्ष चैहान ने गति दी। प्रेमी-प्रेमिका की भूमिका में रितिका सिंह और सुप्रसिद्ध रंगकर्मी राजकुमार शाह अपने अभिनय से हास्य की नई स्थितियों को जन्म दिया, जब चरित्रों के मन में कही गई बात भी दर्शकों के सामने प्रकट हो जाती है और लोग हँसते-हँसते लोट पोट हो जाते है। रितिका सिंह का अभिनय बेहतरीन रहा। मनीषा और हेमेश कुमार का रूप-सज्जा सटीक रहा। प्रकाश संयोजन से मो0हफीज नाटक का यथोचित वातावरण निर्मित करते हैं।
मुख्य अतिथि मुख्य महाप्रबंधक(प्रचालन एवं अनुरक्षण) समीर शर्मा ने अपने उद्बोधन के दौरान राजभाषा पखवाड़ा, 2024 के दौरान स्कूली बच्चों, नगरवासियों, संविदा कर्मचारियों एवं एनटीपीसी कर्मचारियों हेतु आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजयी प्रतिभागियों को बधाई दी। साथ ही श्री शर्मा ने कहा कि राजभाषा हिंदी के प्रचार-प्रसार हेतु एनटीपीसी-विंध्याचल प्रबंधन हमेशा ही प्रतिबद्ध रहा है। हमारी परियोजना के विभागों/अनुभागों में राजभाषा हिन्दी के माध्यम से अधिकाधिक कार्य हो, हम इसके लिए प्रयासरत हैं। साथ ही विशिष्ट अतिथि मुख्य महाप्रबंधक(चिकित्सा) डॉ. बीसी चतुर्वेदी ने भी मानव संसाधन राजभाषा अनुभाग को एवं सभी विजयी प्रतिभागियों को बधाई एवं शुभकामनायें दी।
समारोह के अंतिम चरण मे सभी वर्गों हेतु विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजयी प्रतिभागियों को मुख्य अतिथि एवं अन्य आमंत्रित अतिथियों द्वारा पुरस्कार से सम्मानित किया गया। राजभाषा पखवाड़ा, 2024 के समापन समारोह का सफल संचालन उप महाप्रबंधक(मानव संसाधन) श्रीमती कामना शर्मा द्वारा किया गया।